Tag आरती

॥ आरती श्री सत्यनारायणजी ॥

जय लक्ष्मीरमणा श्री जय लक्ष्मीरमणा।सत्यनारायण स्वामी जनपातक हरणा॥जय लक्ष्मीरमणा। रत्नजड़ित सिंहासन अद्भुत छवि राजे।नारद करत निराजन घंटा ध्वनि बाजे॥जय लक्ष्मीरमणा। प्रगट भये कलि कारण द्विज को दर्श दियो।बूढ़ो ब्राह्मण बनकर कंचन महल कियो॥जय लक्ष्मीरमणा। दुर्बल भील कठारो इन पर कृपा…

॥ आरती श्री जगदीश हरे॥

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे।भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥ॐ जय जगदीश हरे। जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का।स्वामीसुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥ॐ जय जगदीश हरे। मात-पिता तुम मेरे,…